नई दिल्ली, जून 2 -- नई दिल्ली, प्र.सं.। दिल्ली के एम्स और चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर के प्रोफेसरों ने मिलकर रोटेटरी हेडशिप लागू करने की मांग को लेकर अपनी भूख हड़ताल को और तेज कर दिया है। रोटेटरी हेडशिप की मांग 2023 में स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश के बाद से उठ रही है, लेकिन अब तक लागू नहीं हुई। नई दिल्ली के एम्स में जेएलएन ऑडिटोरियम में छुट्टियों के बावजूद ढेर सारे प्रोफेसर इकट्ठा हुए और विरोध जताया। जो लोग वहां नहीं पहुंच पाए, उन्होंने मैसेज भेजकर साथ देने का वादा किया। वहीं, चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर में भी प्रोफेसरों ने इस आंदोलन को शुरू कर दिया है। एम्स और पीजीआईएमईआर के संकाय संगठन (एफएआईएमएस) कह रहे हैं कि ये शांतिपूर्ण विरोध 1 जुलाई (डॉक्टर्स डे) तक चलेगा। अगर तब तक रोटेटरी हेडशिप लागू नहीं हुई, तो जुलाई से और सख्त कदम उठाए जाएंगे। संकाय सं...