हल्द्वानी, जून 28 -- हल्द्वानी। एमबीपीजी कॉलेज में आयोजित टीचर मीट कार्यशाला के दूसरे दिन बौद्धिक सत्र में गणित के प्राध्यापक डॉ. नरेंद्र सिंह सिजवाली ने शिक्षकों को अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि अधिकांश स्कूलों और शैक्षिक संस्थानों में अनुशासन के नाम पर छात्रों के सीखने के तौर-तरीकों पर ध्यान दिया जाता है। डॉ. सिजवाली ने कहा कि शुरुआत में वे सख्त शिक्षक के रूप में जाने जाते थे, लेकिन समय के साथ उन्होंने महसूस किया कि प्रेम, मधुर संबंध और विश्वास के माध्यम से ही छात्रों में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। उन्होंने स्कूलों में अनौपचारिक माहौल की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षकों को छात्रों की सामाजिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि को समझना चाहिए। सत्र के अंत में शिक्षकों ने सवाल पूछे और अपने विचार साझा किए।

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