दिल्ली, अगस्त 31 -- भारत में एथेनॉल मिले पेट्रोल की बिक्री को लेकर लोगों में काफी गुस्सा दिखाई दे रहा है.जबकि कार कंपनियां कह रही हैं कि यह सुरक्षित है.भारत में 20 फीसदी एथेनॉल मिले पेट्रोल (ई20) ने उपभोक्ताओं और वाहन उद्योग के बीच बहस छेड़ दी है.ऑटोमोबाइल कंपनियों का कहना है कि इस ईंधन से वाहनों का माइलेज 2 फीसदी से 4 फीसदी तक घटता है, लेकिन सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं है.दूसरी ओर, पुराने वाहनों के मालिक बड़ी गिरावट की शिकायत कर रहे हैं और अब इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सार्वजनिक हित याचिका (पीआईएल) दायर की गई है."माइलेज घटा, पर सुरक्षा चिंता नहीं" भारत ने 2025 तक 20 फीसदी एथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य तय किया था.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छ ऊर्जा योजना के तहत इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया.लेकिन हाल के हफ्तों में देशभर के लगभ...