सुपौल, जुलाई 19 -- करजाईन बाज़ार, एक संवाददाता बिहार के एडीजी कुंदन कष्णन द्वारा किसानों पर दिए बयान की किसानों ने निंदा की है। किसानों का कहना है कि यह किसानों के मान-सम्मान के खिलाफ है। जिला किसान संघ के अध्यक्ष सत्यनारायण सहनोगिया ने कहा कि ऐसे अधिकारी के बयान का बिहार के डीजीपी भी समर्थन करते हैं। जिन तीन महीने अप्रैल, मई और जून की वे बात कर रहे हैं, उनमें से अप्रैल महीना में गेहूं की कटाई, मई महीने से मक्का की तैयारी व धान का बिजड़ा और जून में धान की रोपनी में जुट जाता है। किसान खाली कब रहता हैं। इनको पता होना चाहिए की देश के करोड़ों लोगों का पालन करने वाला किसान हत्यारा नहीं हो सकता है। रोजगार और पैसों की कमी की वजह से युवा सुपारी किलर बन रहे हैं।

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