बलिया, मई 19 -- बलिया। गोंड समाज के छात्र और युवाओं का धरना सोमवार को मॉडल तहसील परिसर में 113वें दिन जारी रहा। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जिले में निवास करने वाले गोंड जाति को अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता दी गयी है जिसके अनुपालन में गोंड जाति को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी होता रहा है। बावजूद अपर जिलाधिकारी का यह बयान कि जिले में गोंड जनजाति नहीं पाई जाती है यह राष्ट्रपतीय राजपत्र शासनादेश की घोर अवमानना है। समाज के लोगों ने ऐसे ब्यान देने वाले एडीएम को तत्काल बर्खास्त करने की मांग किया। इस मौके पर अरविन्द गोंडवाना, सुरेश शाह, श्रीपति गोंड, पिंकू गांेड, सूचित गांेड, विक्रम गोंड, सुमेर गोंड, वकील गोंड, रघुनाथ गोंड, ऋतिक गोंड, मनोहर गोंड, जिउत जी गोंड, शिवशंकर गोंड आदि थे।

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