औरैया, नवम्बर 8 -- मेडिकल कॉलेज चिचोली के बाल एवं शिशु रोग विभाग ने दुर्लभ बीमारी एचएलएच हीमोफैगोसाइटिक लिंफोहिस्टोसायटोसिस से पीड़ित एक छह वर्षीय बच्चे का सफल इलाज कर चिकित्सा क्षेत्र में नई उपलब्धि दर्ज की है। विभागाध्यक्ष एवं असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नेहा गुप्ता के निर्देशन में यह उपचार किया गया। विभाग की टीम ने बताया कि यह बीमारी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को अनियंत्रित कर देती है, जिससे शरीर अपने ही अंगों और रक्त कोशिकाओं पर हमला करने लगता है। यह रोग अत्यंत गंभीर होता है और समय पर निदान व उपचार न मिलने की स्थिति में जानलेवा साबित हो सकता है। डॉ. नेहा गुप्ता ने बताया कि छह वर्षीय कृष्णा नामक बालक को लंबे समय से बुखार था और वह कई जगह इलाज करा चुका था। जांच में पाया गया कि उसके पेट और फेफड़ों में पानी भर गया था, लीवर की कार्यप्रणाली प्रभावि...