प्रयागराज, जुलाई 13 -- परिषदीय विद्यालयों के विलय का मुद्दा रविवार को एक बार फिर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर छाया रहा। 'मधुशाला नहीं पाठशाला दो हैशटैग से चलाए गए अभियान में परिषदीय शिक्षकों व छात्र संगठनों ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया। शाम छह बजे तक 2.75 लाख से ज्यादा पोस्ट कर परिषदीय विद्यालयों को मजबूत बनाने व शिक्षकों के रिक्त पदों को तत्काल भरने के लिए आवाज उठाई गई। इस दौरान यूजर्स ने जो मुद्दे उठाए उनमें हर मोहल्ले में शराब की दुकान खोलने से पहले वहां स्कूल की उपलब्धता सुनिश्चित हो, शिक्षा के लिए बजट बढ़ाया जाए और सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारी जाए, नशा मुक्त भारत के लिए युवाओं को बेहतर शैक्षिक अवसर दिए जाएं और ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में शिक्षा को समान रूप से प्राथमिकता देना शामिल रहा। रोजगार अधिकार अभियान के नेशनल क...