प्रयागराज, अक्टूबर 30 -- प्रयागराज। अब आंखों की बीमारियों का पता शुरुआती चरण में ही लगाया जा सकेगा। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) के कंप्यूटर साइंस विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अंजली गौतम एआई आधारित एक ऐसी तकनीक विकसित कर रही हैं, जो आंखों के रोगों के खतरे का पूर्वानुमान लगा सकेगी। यह तकनीक डायबिटीज के कारण आंखों में होने वाले धब्बों (डायबिटिक रेटिनोपैथी) की शुरुआती पहचान करेगी। इससे मरीजों को बीमारी के गंभीर होने से पहले ही इलाज शुरू करने में मदद मिलेगी। डॉ. गौतम की टीम ने 'मेइबोमियन ग्लैंड डिटेक्शन और ग्रेडिंग सिस्टम' भी तैयार किया है, जिससे शुष्क नेत्ररोग (ड्राई आई डिजीज) की जांच और आसान हो जाएगी। यह सिस्टम आंख की पलक में स्थित ग्रंथियों की तस्वीर लेकर उनका विश्लेषण करता है और बीमारी की गंभीरता बताता है। स्वदेशी तकन...