गुड़गांव, दिसम्बर 11 -- गुरुग्राम। गुरुग्राम विश्वविद्यालय कुलगुरु डॉ. संजय कौशिक ने कहा कि एआई केवल तकनीकी परिवर्तन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह उद्यमिता को नई दिशा देने वाला निर्णायक कारक बन चुका है। स्थिरता, जिम्मेदार नवाचार और सामाजिक प्रभाव-आधुनिक उद्यम के मूल स्तंभ बन रहे हैं। डॉ. संजय कौशिक गुरुवार को जीयू में आयोजित 5वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते यह बात कही। जीयू में दो दिवसीय एआई के युग में उद्यमिता स्थिरता और सामाजिक नवाचार के प्रतिमान विषय पर आयोजित सम्मेलन का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इसका आयोजन डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट तथा कॉलेज ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, सीएमयू (यूएसए) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इसमें भारत समेत अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, इजराइल, जापान, बांग्लादेश, नेप...