अल्मोड़ा, अप्रैल 21 -- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दैनिक जीवन के लिए काफी उपयोगी है। इसके प्रयोग से किसानों की खेती से लेकर छात्र-छात्राओं की पढ़ाई तक को बेहतर किया जा सकता है। यह बात सोमवार को एसएसजे में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर हुई कार्यशाला में वक्ताओं ने कही। सोमवार को एसएसजे के कम्प्यूटर विज्ञान विभाग की ओर से 'आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस फॉर विकसित भारत: एंपावरिंग इंडिया फॉर ब्राइटर फ्यूचर पर राष्ट्रीय कार्यशाला हुई। कार्यशाला में वक्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के प्रयोगों और कैसे यह भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में मदद कर सकता है, इसपर चर्चा की। कार्यशाला की संयोजक डॉ. पारुल सक्सेना ने आर्टिफिशियल इटेलीजेंस की उपयोगिता के बारे में बताया। साथ ही इससे होने वाले नुकसानों के बारे में भी बताया। कहा कि मशीनों का विकास होना जरूरी है, लेकिन यह ध...