मेरठ, जुलाई 12 -- भारत ने कॉप 21 और कॉप 26 में शून्य कार्बन उत्सर्जन एवं नवीनीकृत ऊर्जा के जो लक्ष्य तय किए हैं उन्हें पाने में उन्नत ऊर्जा भंडारण तकनीकें निर्णायक भूमिका निभाएंगी। सुपरकैपेसिटर और उन्नत बैटरियां ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने से लेकर स्मार्ट ग्रिड और विद्युत गतिशीलता को मजबूत करने में सहायक साबित होंगी। सुपरकैपेसिटर ऊर्जा क्षेत्र की पूरी तरह तसवीर बदल देंगे। चौ.चरण सिंह विवि में शुक्रवार को एटूके प्लस स्टडीज कार्यक्रम के तहत हुई सलाहकार बैठक में यह बात डीएसआईआर प्रमुख एवं वैज्ञानिक डॉ. विपिन सी.शुक्ला ने कही। यह बैठक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) द्वारा प्रायोजित थी। बैठक में उन्नत ऊर्जा भंडारण तकनीकों के वर्तमान स्वरूप और भविष्य की संभावनाओं पर मंथन ...