रांची, अक्टूबर 4 -- रांची, प्रमुख संवाददाता। डोरंडा के मनीटोला स्थित खानकाह मजहरिया मुनअमिया में दो दिवसीय उर्स-ए-गौसुल आजम शनिवार को संपन्न हुआ। आखिरी दिन जलसा में मौलाना अलकमा शिबली ने कहा कि हुजूर गौसुल आजम की जिंदगी हमारे लिए राह-ए-निजात है। एदारा-ए-शरिया के महासचिव मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने गौस-ए-पाक की जीवनी और उनके द्वारा बताई गई बातों को लोगों को समझाया और अच्छे व नेक काम करने की अपील की। इसके बाद, फातिहा ख्वानी, कव्वाली और दोपहर में लंगर ख्वानी का एहतिमाम किया गया। सैयद मौलाना अबु राफे तिबरानी, सैयद हेजाजी, सैयद हम्मादी, सैयद मोहम्मद अदनान अय्याजी, कारी अय्यूब, मुफ्ती जमील अहमद मिसबाही, काजी मसूद फरीदी, कारी आफताब जिया, कारी अवेस, मौलाना आकिब जावेद, मौलाना शमशाद मिसबाही, कारी तालिब वारसी, मौलाना मंजूर, मो रिजवान, मो नजीबुल्ला, ...
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