नई दिल्ली, अक्टूबर 16 -- दीपावली जैसे त्योहार के मौके पर बाजार में मिठाई और अन्य खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में, लोकप्रिय उत्पाद की आड़ में मिलावट वाले सामान बेचकर मिलावटखोर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। अधिक मुनाफे की होड़ में नकली मावा व खोया की मिठाइयां बनाई जाती हैं और खुलेआम बाजार में बेची जाती हैं। इन सबसे बचने के लिए सिर्फ सरकारी तंत्र पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है। ग्राहकों को भी जागरूक रहना होगा। हमें सस्ती कीमत देखकर लालच में नहीं आना चाहिए और सोच-समझकर खरीदारी करनी चाहिए। यह सोचना चाहिए कि सामान सस्ता क्यों है? चर्चित नाम और आकर्षक पैकेट देखकर भ्रमित होने से हमें बचना चाहिए। कोई उपभोक्ता चाहे, तो खाद्य एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत अपने स्तर पर भी खाद्य पदार्थों की शुद्धता की जांच करवा सकता है। यदि क...