बदायूं, अप्रैल 16 -- बदायूं। पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर साहित्यकार डॉ. दीप्ति जोशी गुप्ता ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडक महिलाओं की उन्नति के प्रबल पक्षधर थे। आंबेडकर यह बात समझते थे कि स्त्रियों की स्थिति सिर्फ ऊपर से उपदेश देकर नहीं सुधरने वाली, उसके लिए कानूनी व्यवस्था करनी होगी। स्पष्ट है कि आंबेडकर एक महान नारी वादी चिंतक थे। उनका कहना था कि यदि महिलाएं एकजुट हो जाएं तो समाज को सुधारने के लिए क्या नहीं कर सकती हैं। उनका मानना था कि एक सभ्य समाज की नींव रखने के लिए महिलाओं और बच्चों की शिक्षा नितांत जरूरी है। बाबा साहेब किसी एक के नहीं ब्लकि सर्व समाज के मसीहा थे।

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