वाराणसी, अप्रैल 24 -- वाराणसी, संवाद। पशुपालन बदलते समय में उद्यमिता का प्रभावी माध्यम बन चुका है। यह बात राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के पूर्व निदेशक और पशुपालन वैज्ञानिक प्रो. गुरु प्रसाद सिंह ने कही। वह गुरुवार को यूपी कालेज के कृषि संकाय में बीएससी (आनर्स) कृषि अष्टम सेमेस्टर के पाठ्यक्रम में निहित स्टूडेंट रेडी कार्यक्रम के तहत पशुपालन में रोजगार के अवसर विषय पर हुए व्याख्यान में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि डेयरी फार्मिंग, पोल्ट्री फार्मिंग, पशु आहार उत्पादन, पशु स्वास्थ्य सेवाएं जैसे क्षेत्रों में युवाओं के लिए भरपूर अवसर हैं। देशी गाय की नस्लों की विशेषताओं एवं गोबर से जुड़ी नवाचारी पहल जैसे धूपबत्ती, इको-फ्रेंडली दीपक, और बकरी के दूध से बने केमिकल-फ्री साबुन के स्टार्ट-अप मॉडलों की चर्चा करते हुए बताया कि 17 से अधिक स्टार्टअप वर्तम...