हल्द्वानी, अप्रैल 17 -- देवेंद्र रौतेला हल्द्वानी। आर्थिक नुकसान उठा रहे उत्तराखंड के किसानों का खेती और बागवानी से मोहभंग हो रहा है। राज्य में पिछले एक साल में ही किसानों ने 1997 हेक्टेयर में फल और 552 हेक्टेयर में सब्जी का उत्पादन करना कम कर दिया है। आर्थिक सर्वेक्षण 2025 की वार्षिक रिपोर्ट में यह चिंताजनक आंकड़े सामने आए हैं। उत्तराखंड में खेती और बागवानी ग्रामीणों की आजीविका का मुख्य साधन हैं। कभी सेब, नाशपाती, आड़ू, आलूबुखारा और खुबानी के बड़े उत्पादकों में उत्तराखंड का नाम शामिल रहा है। इसके साथ यहां के पर्वतीय क्षेत्र में जैविक खेती से उगाई जाने वाली सब्जियों की काफी मांग रहती है। लेकिन पिछले कुछ सालों से इनके क्षेत्रफल में गिरावट दर्ज की जा रही है। लगातार घाटा उठा रहे किसानों ने बागवानी और सब्जियों का उत्पादन कम कर दिया है। 2022-2...