हापुड़, अप्रैल 22 -- किसी भी वारदात के घटनास्थल पर मिलने वाले साक्ष्य अहम होते हैं। क्राइम सीन को सुरक्षित रखना अति महत्वपूर्ण होता है। साक्ष्यों को पेन ड्राइव,सीडी, डीवीजी के माध्यम से पुलिस को अदालत में पेश करना होता था। मगर, अब भारतीय नागरिकता सुरक्षा संहिता लागू होने के बाद गिरफ्तारी, तलाशी और सीज कार्रवाई की वीडियोग्राफी करना अनिवार्य है। इन साक्ष्यों को सुरक्षित रखने के लिए इस साक्ष्य एप का पुलिस द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। जनपद के पुलिस कर्मियों को ई-साक्ष्य एप में साक्ष्य सुरक्षित करने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। कई चरणों में उन्हें इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी जा चुकी है। अपराध होने पर घटनास्थल की फोटो और वीडियोग्राफी की जाती है। तलाशी और सीजर की कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी साक्ष्य में शामिल किया जाता है। इसके साथ ही...