मुरादाबाद, मार्च 27 -- माहे रमजान की आज चौथी ताक रात रही। इसको सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। हालांकि पांचवीं ताक रात भी होती है। मगर कभी-कभी इसी रात ईद का चांद नजर आने से लोग मुबारक बाद देने लग जाते हैं। इसीलिए चौथी ताक रात महत्वपूर्ण है। लोगों का मानना है कि इस रात में शब ए कद्र की तलाश पूरी होती है। इसलिए सुबह सहरी तक इबादत की जाती है। रोजेदारों ने पूरा दिन इबादत में गुजारा और रात में भी इबादत करते रहे। दूसरी ओर बड़ी संख्या में लोग एतिकाफ में भी बैठे। अब यह लोग इबादत करते रहेंगे और ईद का चांद नजर आने के बाद ही बाहर आएंगे। उधर जयंतीपुर स्थित तकिया वाली मस्जिद में हाफिज तयब्बुर हुसैन ने माहे रमजान के आखिरी अशरे जहन्नुम से निजात की फजीलत बयां की। उन्होंने कहा कि इसी अशरे में अल्लाह ने हमें पांच ताक रातें दी हैं, जिसमें हम गुनाहों से तौबा क...
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