पीलीभीत, सितम्बर 10 -- संगम फाउंडेशन और हिंदी उर्दू मंच के संयुक्त तत्वावधान में नातिया मुशायरा जश्ने ईद मिलादुन्नबी के सिलसिले में हाजी ज़हीर अनवर की सरपरस्ती में ग्रेस पब्लिक स्कूल ख़ुदा गंज में आयोजित किया गया, जिसकी सदारत मौलाना मुफ्ती हसन मियां क़दीरी ने की। निज़ामत का कार्य ज़ियाउद्दीन ज़िया एडवोकेट ने किया। जनाबे सदर हसन मियां कदीरी ने अपना कलाम पेश करते हुए फरमाया, जलवाए हुस्ने इलाही प्यारे आका की है जात, रुख से रोशन दिन हैं उन के जुल्फ़ का सदका है रात। मुशायरा कनवीनर मुजीब साहिल ने फरमाया कि दिल के बोसीदा ज़ख्म सीने को, इश्क वाले चले मदीने को, हाशिम नाज़ ने अपनी नात पढ़ते हुए कहा, बिना ज़िक्रे नबी मेरी कोई पहचान थोड़ी है, कि नाते मुस्तफा लिखना कोई आसान थोड़ी है। नाजिम नजमी ने अपने कलाम में कहा कि सुकूने दिल नहीं मिलता उसे सारे जमाने...
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