नई दिल्ली, जून 24 -- दुनिया भर के कई देश इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग केंद्र बनने का लक्ष्य बना रहे हैं। इनमें एक नाम भारत का भी है। भारत 2030 तक चौथा सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चर बनने की रिपोर्ट है। यह चीन, यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद अगले स्थान पर होगा। अनुमान लगाया गया है कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल का प्रोडक्शन 2024 में 0.2 मिलियन (2 लाख) से बढ़कर 2.5 मिलियन (25 लाख) इलेक्ट्रिक फोर व्हीलर व्हीकल की कैपेसिटी तक पहुच जाएगा। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड इसकी मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी से बहुत पीछे होगी। ऐसा माना जाता है कि 2030 तक भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल की 4 लाख से 14 लाख यूनिट की डिमांड होगी। इसका मतलब है कि 11 से 21 लाख यूनिट इलेक्ट्रिक व्हीकल अधिशेष होंगे, जिन्हें फिर ...