मेरठ, फरवरी 14 -- मेरठ। शब-ए-बरआत पर पूरी रात इबादत का दौर चला। दुआ की गई। कब्रिस्तानों में विशेष साफ-सफाई की गई। लोग देर शाम से कब्रिस्तान पहुंचने लगे थे। अपने पूर्वजों की कब्रों पर पहुंच कर चरागां किया। मरहूम लोगों के लिए दुआ की गई। गुरुवार की रात इबादत में गुजारने के बाद आज रोजा रखेंगे। कब्रिस्तानों और इबादतगाहों को रोशनी से सजाया गया। मुफ्ती मोहम्मद अशरफ, मेराजुद्दीन अंसारी ने बताया कि नौचंदी स्थित हजरत बलेमिया दरगाह एवं कब्रिस्तान में रोशनी की गई। लिसाड़ी रोड पर सजावट के साथ ट्यूबवेल पर बड़े जलसे का आयोजन किया। गुजरी बाजार में भी जलसा हुआ। उलेमा ने तकरीर में कहा कि शब-ए-बरआत की रात सच्चे दिल से इबादत करते हुए गुनाहों से तौबा की जाए तो अल्लाह सारे गुनाहों को माफ कर देता है। शब माने रात और बरआत का अर्थ है बरी होना। इस्लाम में इस रात की...