नई दिल्ली, जून 9 -- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्र सरकार की बागडोर थामे 11 वर्ष हो गए। उनके ये साल कामकाज के लिहाज से ऐतिहासिक रहे हैं। बेशक, कुछ लोग आलोचना भी करते हैं, लेकिन लोगों को यह समझना चाहिए कि इस बार विशुद्ध भाजपा की नहीं, बल्कि गठबंधन की सरकार है। लिहाजा, उम्मीद यही है कि प्रधानमंत्री इस बार भी सभी की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। हमारे देश में लगभग सभी राजनीतिक दल, चाहे वे सत्ता में हों या विपक्ष में, चुनाव के समय लोक-लुभावने वायदे करते हैं, लेकिन सत्ता में आते ही उनको भूल जाते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने पहले कहा 'सबका साथ, सबका विकास', फिर इसमें जोड़ा 'सबका विश्वास' और अब इसमें 'सबका प्रयास' जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री ने अपनी पहली पारी में विकास के कई काम किए, इसीलिए लोगों ने उन्हें दूसरी बार प्रधानमंत्र...