मेरठ, मई 11 -- मेरठ। प्रमुख संवाददाता वर्तमान परिवेश और परिस्थितियों में शांति एवं समन्वय की जरूरत है। कभी-कभी शांति स्थापित करने को युद्ध और संघर्ष भी जरूरी हो जाता है। जब भारत ने पोखरण परमाणु परीक्षण किया तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि अब देश शांति की गारंटी ले भी सकता है और दे भी सकता है। भारत हमेशा शांति का समर्थक रहा है। यह बात मात्र कहने भर के लिए नहीं है। इतिहास गवाह है कि भारत ने कभी युद्ध की शुरुआत नहीं की लेकिन राष्ट्रहित, आंतरिक सुरक्षा एवं शांति लिए भारत ने युद्ध लड़ा है। वर्तमान हालात इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। भारत में वेदों से लेकर मोदी तक शांति को ही प्राथमिकता दी गई। भारत एवं पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच चौधरी चरण सिंह विवि के राजनीति विज्ञान विभाग में शनिवार को वैश्विक शांति और समग्र मानव दर्शन...