इटावा औरैया, अप्रैल 23 -- पूर्व कुलपति व साहित्यकार कविराज रत्नाकर शास्त्री के स्मृति समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ ऋतबोध , विधान परिषद सदस्य सलिल बिश्नोई, पूर्व प्राचार्य डॉ आरएन दुबे व डॉ विद्याकांत तिवारी ने दीप प्रज्वलन कर शुभारम्भ किया। डॉ. विद्याकांत तिवारी ने रत्नाकर शास्त्री की कृति नदी का देवता पर पर चर्चा करते हुए कहा कि साहित्यकार, एक कवि और एक शिक्षक अपने व्यक्तित्व - कृतित्व की साहित्यिक विरासत के रूप में सदैव लोक मानस में विद्यमान रहता है | मुख्य अतिथि डॉ ऋतबोध ने आर्य समाज और शास्त्री जी विषय पर कहा कि रत्नाकर जी की साहित्यिक कृति भारत के प्राणाचार्य तथा अन्य कृतियां पाठ्यक्रम का हिस्सा भी बनाई गई हैं , अपनी कृतियों और सामाजिक योगदान के रूप में वह सदैव जीवित रहेंगे | पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जय कृष्ण तिवारी ने ...