इटावा औरैया, मई 24 -- विश्व कछुआ दिवस पर सामाजिक वानिकी प्रभाग, जिला गंगा सुरक्षा समिति व जिला पर्यावरण समिति की ओर से राजकीय इंटर कॉलेज में जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार ने किया। उन्होने कहा कि कछुए मानव के लिए प्रकृति प्रदत्त विशेष उपहार है जो प्राकृतिक जल स्रोतों को स्वच्छ रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन करते है। सैकड़ो वर्ष जीने वाला यह जीव वर्तमान युग में संकट में आ गया है इसके संरक्षण के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा lवन्यजीव विशेषज्ञ डॉ राजीव चौहान ने बताया कि कछुओं की प्रजाति लगभग 200 मिलियन वर्ष पूर्व से पृथ्वी पर पाई जाती है। इन्हें विश्व की सबसे पुरानी जीवित प्रजातियों में से एक माना जाता है। भारत में 29 प्रजातियां पाई जाती हैं जिनमें से पांच समुद्री कछुए है...
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