वरिष्ठ संवाददाता, अप्रैल 24 -- नए दौर और तकनीक से अनजान अभिभावक बच्चों की निगरानी में चूक रहे हैं, जिससे कम उम्र में बच्चों के कदम बहक रहे हैं। बेटी के अचानक घर छोड़ने से परेशान मां-बाप पुलिस के पास जा रहे हैं और फिर लोकेशन के लिए जब पुलिस मोबाइल नंबर मांगती है, तो पता चलता है कि उनके पास मोबाइल है ही नहीं। लेकिन ये आधा सच है। सच पुलिस जांच में सामने आ रहा है। इंस्टाग्राम या दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उनकी आईडी मिलती है जो दोस्तों के मोबाइल से हैंडल हो रहे हैं। वीडियो कॉल और चैटिंग भी हो रही है। पुलिस रिकॉर्ड में इस तरह के मामले तेजी से बढ़े हैं। चिंताजनक बात यह है कि किसी के बहकावे में घर छोड़ने वाली लड़कियों में 10 से 11 वर्ष की बच्चियां तक शामिल हैं। जांच में सबसे बड़ा रोल सोशल मीडिया का मिलता है। सोशल मीडिया पर पहले लड़कों से दोस...