बेगुसराय, मार्च 4 -- खोदावंदपुर, निज प्रतिनिधि। क़यामत के दिन रोज़ा बंदे की शफाअत करेगा। रोज़ेदार के लिए यह ढाल की तरह बचाव करेगा। रमज़ानुलमुबारक रहमत व बरकत, मग़फेरत और हिदायत का पाकीजा महीना है। इस माह-ए-मुबारक में खुदा की रहमत, बरकत व मग़फेरत से सभी रोज़ेदार फैजयाब होते हैं। यह बात जामा मस्जिद नुरूल्लाहपुर के इमाम मौलाना मुहम्मद मोइनुद्दीन साहब ने रमज़ानुलमुबारक के मौके पर मंगलवार को कही। उन्होंने कहा कि रमज़ान में खुदा की रहमत व बरकत सैलाब की तरह आती है जिसमें रोजेदार के छोटे-छोटे गुनाह बह जाते हैं। इसके बाद रोज़ेदार मुत्तकी और परहेज़गार की सफ में खड़ा हो जाता है। उन्होंने कहा कि रोज़ा इंसान को गुनाहों से रोकता है। नफ्स पर लगाम लगाने में मदद करता है। रोज़ा रोज़ेदार को जहन्नुम की आग से बचाता है। सब्र और जब्त के साथ गरीबों व जरूरतमंदों स...