मोतिहारी, फरवरी 17 -- जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर के विभिन्न मोहल्ले तक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाने वाली आशा कार्यकर्ता निराशा में जीवन बसर कर रही हैं। प्रतिमाह एक हजार की मानदेय पर काम करने वाली आशा कार्यकर्ता काफी समय से प्रोत्साहन राशि बढ़ाने की मांग को लेकर संघर्ष कर रही हैं। इन्हें शिशु देखभाल के लिए गृह भ्रमण पर महीने में एक बार 250 रुपये, प्रसूति महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने पर 300 रुपये, ड्रेस के लिए साल में 2500 रुपये, सम्पूर्ण टीकाकरण पर 75 रुपये, फाइलेरिया का दावा खिलाने पर 700 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में मिलता है। कालाजार जागरूकता अभियान सहित कई ऐसे भी कार्यक्रम हैं जिनमें इन्हें कोई प्रोत्साहन राशि नहीं मिलती है। कोरोना काल में किये गए सर्वे का भुगतान उन्हें आज तक नहीं मिला। मोबाइल पर करना पड़ता है ऑन ला...