अल्मोड़ा, जुलाई 9 -- आशा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर न्यूनतम वेतन देने सहित तमाम मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया है। कहा कि बार-बार मांगपत्र सौंपने के बावजूद सरकार आशा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। ज्ञापन में कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आशाओं का कोई सम्मान नहीं है। विभाग के सभी अभियानों और सर्वे कार्यक्रमों में बिना न्यूनतम वेतन के काम करती हैं। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु की सेवा से लेकर तमाम कार्य आशाएं कर रही हैं, लेकिन सरकार उन्हें न्यूनतम वेतन देने को तैयार नहीं है। आशाओं ने मासिक मानदेय नियत करने, डीजी हेल्थ की ओर से बनाए गए मानदेय संबंधी आश्वासन को पूरा करने, न्यूनतम वेतन देने, सेवानिवृत्ति पर मासिक पेंशन का प्रावधान करने सहित तमाम मांगें उठाई। संयुक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपने वालों...