हापुड़, फरवरी 4 -- कृषि विज्ञान केन्द्र, बाबूगढ के सभागार में आर्गेनिक कल्टीवॉर (कौशल विकास प्रशिक्षण)के अन्तर्गत 210 घंटे के प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में चयनित सभी 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के प्रथम दिन कृषि विज्ञान केन्द्र, हापुड के प्रभारी डा.अरविन्द कुमार ने जैविक खेती पर व्याख्यान देते हुए बताया कि फसल चक्र और सहवर्ती रोपण तकनीक का जैविक खेती में क्या महत्व है। जैविक खेती फसलों के लिए एक प्रणाली है जो पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक खेती तकनीकों के उपयोग पर जोर देती है। इसका संबंध न केवल अंतिम उत्पाद से है, बल्कि कृषि उत्पाद का उत्पादन और वितरण करने के लिए उपयोग की जाने वाली संपूर्ण प्रणाली से है। मृदा विज्ञान डा अशोक सिंह ने बताया कि जैविक खेती की प्रमााणीकरण प्रक्रिया क्या है। जैविक प्रमाणीकरण प्रक्रिया म...