नई दिल्ली, अगस्त 20 -- भारत और चीन के आपसी संबंधों में सुधार की जो पहल शुरू हुई है, उससे उम्मीद बंधती है। खबरों के मुताबिक, चीन ने भारत की तीन प्रमुख मांगों- रेयर अर्थ्स, उर्वरक और टनल बोरिंग मशीनों की आपूर्ति- को मान लिया है। यह संकेत है कि दोनों देश अपने आर्थिक व रणनीतिक रिश्तों को एक नए स्तर पर ले जाने के इच्छुक हैं। चीनी विदेश मंत्री वांग यी और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की मुलाकात में वैश्विक हालात, साझा हितों और स्थिरता पर गहन चर्चा हुई। इस यात्रा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित चीन यात्रा और आगामी शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन से पहले एक अहम कड़ी माना जा रहा है। आज की अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों में भारत और चीन के संबंधों में यूं सुधार अमेरिका जैसे देशों को नागवार गुजर सकता है। अमेरिका ने रूस से तेल आयात को लेकर भारत ...