रांची, जुलाई 16 -- रांची, विशेष संवाददाता। रांची विश्वविद्यालय के यूजीसी-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) में बुधवार को आयोजित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) के भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ अभय कृष्ण सिंह का व्याख्यान हुआ। विषय था- आपदा प्रबंधन, पर्यावरणीय संरक्षण और भारतीय ज्ञान परंपरा। उन्होंने खतरा और आपदा के अंतर को स्पष्ट करते हुए बताया कि जब कोई प्राकृतिक खतरा किसी असुरक्षित या कमजोर समुदाय को प्रभावित करता है, तभी वह आपदा कहलाता है। उन्होंने आपदा प्रबंधन के चार चरणों- तैयारी, न्यूनीकरण, त्वरित प्रतिक्रिया और पुनर्वास, को रेखांकित किया और बताया कि पारंपरिक जल संरक्षण प्रणालिया- बावड़ी, जोहड़, एरी प्रणाली और पूर्वोत्तर भारत की जाबो पद्धति आज भी सतत समाधान प्रस्तुत करती हैं।...
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