गुड़गांव, जुलाई 3 -- सोहना, संवाददाता। सोहना तहसील क्षेत्र में एमपीएस (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के तहत घर-घर जाकर आधार कार्ड नंबर का सर्वे करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नौ साल बीत जाने के बाद भी उनका मानदेय नहीं मिला है। अपनी लंबित भुगतान की मांग को लेकर बुधवार को सर्व कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तहसीलदार से मिलीं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनका मानदेय नहीं मिला, तो वह तहसील कार्यालय में धरना देंगी। प्रदेश सरकार के आदेश पर सोहना तहसील के ग्रामीण क्षेत्र में करीब 70 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने एमपीएस के तहत घर-घर जाकर आधार कार्ड नंबर का सर्वे किया था। इस सर्वे के लिए प्रति बुकलेट 1500 का मानदेय तय हुआ था। औसतन, प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने 4 से 6 बुकलेट पूरी की ...