लखनऊ, सितम्बर 10 -- लोगों की इच्छाएं बढ़ गई हैं। छोटी-छोटी बातों को लोग मन से लगा रहे हैं। संयुक्त परिवार बिखर रहे हैं। इसकी वजह से आत्महत्या जैसी घटनाएं बढ़ गई हैं। लोगों के मन में आत्महत्या जैसे विचार आ रहे हैं। हिम्मत-हौसले और परिवार का साथ मानसिक बीमारियों को हराने में मदद कर रहा है। यह बातें केजीएमयू मानसिक स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक अग्रवाल ने कही। वह मंगलवार को विभाग के प्रेक्षागृह में आत्महत्या रोकथाम दिवस पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। डॉ. विवेक अग्रवाल ने कहा कि आत्महत्या से पहले व्यक्ति अपनी इच्छा को प्रकट करता है। अपने दोस्त व परिवार के सदस्यों से अपनी पीड़ा बताता है। इन लक्षणों की समय पर पहचान जरूरी है। ताकि समय पर घटना को रोका जा सके। डॉ. मोहिता जोशी ने कहा कि मानसिक रूप से टूट चुके लोगों को सहारे की जरू...
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