सहरसा, मई 31 -- सहरसा, निज प्रतिनिधि। जिले में मछलीपालन से जीविका दीदियां आत्मनिर्भर हो रही है। शुक्रवार को दिल्ली से आए राष्ट्रीय आजीविका मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रेमनाथ सिंह से अपने अनुभव सांझा करते हुए जीविका दीदियों ने कहा कि सात महिलाओं की समूह मिलकर एक पोखर में मछलीपालन कर रही है। सहरसा जिले के चार प्रखंड क्षेत्र सत्तर कटैया, नवहट्टा, महिषी में एक-एक और कहरा में दो सरकारी पोखर में मछलीपालन किया जा रहा है। मछलीपालन में करीब 32 से 35 हजार रुपए खर्च पड़ता है। वहीं आमदनी एक से सवा लाख रुपए तक होती है। मछलीपालन से होने वाली आमदनी से खुद और परिवार का अच्छे तरह से भरण पोषण के साथ-साथ बच्चों को अच्छी शिक्षा भी देने लगे हैं। मछलीपालन से हो रही आमदनी से उनके जीवन में आए बदलाव को सांझा करते हुए दीदियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की हम महि...