मुजफ्फर नगर, मई 21 -- मुजफ्फरनगर नगरी आतंकवादियों की समय समय पर शरणस्थली बनी है। भले ही उन्होंने यहां कोई वारदात न की हो,लेकिन ठहरने का महफूज ठिकाना बनता रहा है। जनपद में पिछले एक दशक की बात की जाए तो जनपद में कई आतंकवादी पकडे जा चुके है जो जनपद में अपने नाम बदलकर रह रहे थे। इनकी गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा की गयी। दंगे के दौरान एक विस्थापित कैम्प में आंतकवादियों के रुकने की बात सामने आयी थी। जिन्होंने विस्थापितों को भडकाने का काम किया था। वेस्ट यूपी का मुजफ्फरनगर जनपद आतंकवादियों का सुरक्षित ठिकाना रहा है। 10 साल पूराना इतिहास खंगाला जाये तो पड़ौसी जनपद शामली और यहां कई बार आतंकी संगठनों के एजेंट पकड़े जा चुके है। जनपद पुलिस भले ही कुछ आतंकवादियों की शरणस्थली ढंूढने में नाकामयाब रही हो, लेकिन देश विरोधी गतिविधियों के संचालन में उ...