भभुआ, सितम्बर 6 -- भभुआ। रविवार की रात 21:57 चंद्र ग्रहण का स्पर्श होगा और 23:41 बजे मध्य तथा 1:27 बजे मोक्ष हो जाएगा। आठ घंटा पूर्व सूतक लग जाएगा और नौ घंटा बाद तक पुण्यकाल होगा। दोपहर दो बजे के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे, जो मोक्ष के बाद ही खोल सकते हैं। यह बातें ज्योतिषाचार्य वागीश्वरी प्रसाद द्विवेदी ने कही। उन्होंने कहा कि यह चंद्रग्रहण इस वर्ष का प्रथम व अंतिम है, जो देश के बहुतायत क्षेत्रों में अधिक से अधिक समय तक देखा जाएगा। इस ग्रहण का फल मेष, वृष, कन्या व धनराशि को छोड़कर शेष आठ राशि के जातकों के लिए हानिकारक है। इन राशि के लोगों को ग्रहण का दर्शन करने से परहेज करना चाहिए। गर्भवती ्त्रिरयों को जागृत अवस्था में रहना चाहिए। काटने या जोड़ने के काम से दूर रहना चाहिए और ग्रहण काल तक सक्रिया रहना चाहिए। अधिक से अधिक प्रभु का भज...