संतकबीरनगर, फरवरी 8 -- सन्तकबीरनगर, हिन्दुस्तान संवाद। महाकुंभ के अमृत जल का बहुत बड़ा महत्व है। महाकुंभ में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। महाकुंभ में आध्यात्मिक ज्ञान और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। उक्त बातें कथावाचक धर्म सेवा संस्थान के अध्यक्ष आचार्य धरणी धर जी महाराज ने शुक्रवार को जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर से मुलाकात करते हुए उन्हें अमृत जल भेंट करने के दौरान कही। श्री पाण्डेय ने कहा कि साधू-संत गृहस्थ प्रभु का ध्यान करते हैं और अपने मोक्ष के लिए महाकुंभ में स्नान करने जाते हैं पूरे 12 वर्षों के बाद महाकुंभ मेला का आयोजन किया जाता है। महाकुंभ सबसे बड़ा और प्रमुख धार्मिक अनुष्ठान माना जाता है। कहते हैं कि जो भी व्यक्ति कुंभ स्नान कर लेता है उसके सभी पाप मिट जाते हैं। इतना ही नहीं उसकी सभी मन...