चंदौली, मार्च 24 -- चंदौली। मुकद्दस रमजान माह अपने आखिरी पड़ाव की ओर पहुंच चुका है। रमजान माह का यह आखिरी अशरा चल रहा है। रविवार को 22वां रोजा खत्म हो गया है। इस अशरे में पड़ने वाले शबे कद्र की रात में रोजेदार अधिक से अधिक इबादत, कुरान की तिलावत करने के साथ ही माफी तलाफी में लगे हुए हैं। रविवार की रात भी मस्जिदों और घरों में जागकर रोजेदार इबादत करते नजर आए। मुफ्ती रिजवान साहब ने कहा कि शबे कद्र रमजान माह के आखिरी 10 दिनों में होती है। इसे इस्लाम में सबसे पाक रात माना जाता है। इस रात रोजेदार इबादत करने के साथ ही गुनाहों की माफी मांगते हैं। हालांकि यह तय नहीं माना जाता कि रमजान में शबे कद्र कब होती है। लेकिन यह रात 21, 23, 25, 27 या 29 को होने की संभावना जताई जाती है। मुकद्दस रमजान इफ्तार (24 मार्च) रोजा सोमवार सुन्नी शिया 6: 10 बजे शाम 6:2...
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