प्रयागराज, नवम्बर 7 -- केंद्रीय अंतर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र प्रयागराज की ओर से गंगा की सहायक नदी सरयू में एक लाख मछली बीजों का संचय किया गया है। इसमें मुख्य रूप से भारतीय प्रमुख कार्प आईएमसी प्रजाति की मछली शामिल है। जिसमें रोहू, कतला और नयन मछली के बच्चे शामिल हैं। प्रयागराज के केंद्राध्यक्ष डॉ. बालासाहेब रामदास चव्हाण ने बताया कि इसका मुख्य उदेश्य भारतीय मछली प्रजातियों का संरक्षण एवं पुनर्स्थापन करना है। वहीं, गंगा नदी की जैविक गतिविधियों को बढ़ाने में सहायक होती है। जबकि राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन परियोजना के तहत आगे भी गंगा की सहायक नदियों में भारतीय प्रजाति की मछली का संचय किया जाता रहेगा।

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