वाराणसी, फरवरी 26 -- वाराणसी। आईआईटी बीएचयू में बुधवार को सिंक्रोट्रॉन एक्स-रे उपयोगकर्ता आउटरीच कार्यशाला हुई। इसमें शोधकर्ताओं को जर्मनी के पेट्रा-थ्री और डॉयचेस एलेक्ट्रोनन-सिंक्रोट्रॉन के बारे में जानकारी दी गई। इसके लिए देशभर से 700 शोधकर्ताओं ने आवेदन किया था। इनमें से 100 का चयन हुआ। पूर्व केंद्रीय शिक्षामंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने भारत की प्राचीन वैज्ञानिक विरासत से आधुनिक शोध से जोड़ते हुए अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व के बारे में बताया। प्रो. कनिष्क विश्वास और डॉ. पूनम यादव, प्रो. अमित पात्रा ने विचार रखे। आईआईटी बीएचयू के डॉ. संजय सिंह बताया कि चयनित शोधकर्ता यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के हैं।
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