नई दिल्ली, मई 27 -- नई दिल्ली। अभिनव उपाध्याय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने एक दशक बाद अपने पाठ्यक्रमों में बदलाव किया है। संस्थान ने यहां के कोर्स में दाखिला लेने वाले प्रत्येक छात्र को अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व मशीन लर्निंग की पढ़ाई और जिम्मेदारी से प्रयोग को अनिवार्य कर दिया है। संस्थान के निदेशक प्रो.रंगन बनर्जी ने बताया कि यह बदलाव स्नातक, परास्नातक व पीएचडी तीनों में किया गया है। अब बी.टेक. के साथ ऑनर्स प्रोग्राम भी जोड़ा गया है। तीसरे वर्ष के बाद छात्र एमटेक प्रोग्राम में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकते हैं और पांच वर्षों में बी.टेक. और एम.टेक दोनों डिग्रियां प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के समक्ष अधिक से अधिक विकल्प होंगे और उन पर पढ़ाई का बोझ कम होगा। इस बदलाव को चार हिस्सों में बांटा गया है। नई शिक्षा व्यवस्था ...