धनबाद, अक्टूबर 30 -- धनबाद, मुख्य संवाददाता। हरित हाइड्रोजन उत्पादन में नई सफलता मिली है। आईआईटी के प्रो सुमंत कुमार पाधी व रिसर्च स्कॉलर डॉ थिल्लई नटराजन ने कॉपर कैटेलिस्ट का इस्तेमाल कर अमोनिया से ग्रीन हाइड्रोजन बनाया है। यह तकनीक भारत के राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन को मजबूत करेगी। स्वच्छ ऊर्जा व कार्बन-न्यूट्रल भविष्य की दिशा में वैश्विक प्रयास को गति देगी। भारतीय पेटेंट कार्यालय ने आईआईटी आईएसएम धनबाद को ए कैटेलिस्ट फॉर ग्रीन हाइड्रोजन जनरेशन, ए प्रोसेस फॉर द प्रिपरेशन देयरऑफ एंड द यूज देयरऑफ फॉर ग्रीन हाइड्रोजन जनरेशन फ्रॉम अमोनिया के नाम से पेटेंट प्रदान कर दिया है। प्रो पाधी ने हिन्दुस्तान को बताया कि हमलोगों ने धातु (कॉपर/तांबा) आधारित आणविक उत्प्रेरक (मॉलिकूलर कैटेलिट) विकसित किया है, जो हल्के और समान परिस्थितियों में अमोनिया ...