श्रीनगर, मार्च 22 -- राज्य आंदोलनकारी शकुंतला राणा ने वर्ष 2018 से उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सम्मान निधि प्र्राप्त न होने पर रोष व्यक्त किया है। इस सम्बंध में शनिवार को राज्य आंदोलनकारी शकुंतला राणा ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में शकुंतला राणा ने कहा कि वर्ष 2016 तक उन्हें उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सम्मान निधि प्राप्त होती थी, लेकिन वर्ष 2018 में उनकी पेंशन अचानक बंद कर दी गयी। कहा कि पेंशन बंद किए जाने को लेकर उन्होनें शासन स्तर तक कई बार ज्ञापन प्रेषित किया, लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है। उन्होने कहा कि यदि शासन-प्रशासन जल्द पेंशन बहाल नहीं करती है तो वह 25 मार्च से आंदोलन के लिए बाध्य होंगी।

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