पीलीभीत, दिसम्बर 22 -- पीलीभीत। सोशल मीडिया के जमाने में हम अपने संस्कारों से विरत होते जा रहे हैं। जबकि हकीकत तो यह है कि हमें अच्छे व्यवहार और सनातन के मूल रूप को जानना चाहिए। हमें चाहिए कि अपने आंगन के फूलों में संस्कार रोपें। यह कहना है वृंदावन से आए श्री जय प्रिया शरण महाराज का। कथा के उपरांत बातचीत में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जय प्रिया शरण महाराज ने बताया कि संस्कारों से दूर हुए तो हम किसी भी काबिल नहीं रह जाएंगे। सनातन की मजबूती के लिए धर्म कर्म के कार्यक्रम में बच्चों को साथ लेकर जाए। कथा का श्रवण करें और लीला का आत्मसात कर उससे सीखें और बच्चों को भी महात्मय बताएं। तभी संस्कार पोषित होंगे और सनातन मजबूत होगा। अग्रवाल सभा परिसर में रविवार को महाराज ने बातचीत में बताया कि महाभारत और रामायण से हमारे बच्चों को सीख मिलती हैं। इसके...