जमुई, मार्च 2 -- जमुई, निज संवाददाता माहे रमजान का पहला रोजा रविवार यानि आज से शुरू हो जाएगा। इसका इस्तकबाल इबादतों के गुलदस्ते से किया जा रहा है। इस महीने में आसमान से रहमतों की लगातार बारिश होती है। रमजान को तीन अशरे में बांटा गया है। हर अशरा दस दिनों का है। हर दस दिन की अपनी अहमीयत है। रोजा सिर्फ खाना-पीना बंद कर देने का नाम नहीं है। बल्कि नफ्स पर पूरी तरह कंट्रोल करने का नाम है। कुछ मुसलमान रोजे में फिल्म देखते है, कुछ गाली भी बक देते है और कुछ दूसरों की बुराई करते हैं व सुनते है। रमजान इन सभी चीजों को छोड़ने का महीना है। इस महीने न तो कोई बुरी चीज देखी जाये न उसके बारे में कुछ बोला जाए और न ही लोगों की गीबत की जाए, यानि कुल मिलाकर आंख, कान और जुबान का रोजा भी रखा जाए। गाली न बकी जाए और न ही किसी की बुराई की जाए। इसकी जगह ज्यादा से ज्य...