प्रयागराज, सितम्बर 9 -- प्रयागराज, संवाददाता। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (एनसीजेडसीसी) की ओर से आयोजित पांच दिवसीय नौटंकी समारोह के दूसरे दिन सभागार में डॉ. खेमचंद्र यदुवंशी निर्देशित लोक विधा नौटंकी शैली पर आधारित नाटक 'कृष्ण भक्त दानवीर राजा मोरध्वज का मंचन हुआ। प्रस्तुति में राजा मोरध्वज की भक्ति, त्याग और सत्यनिष्ठा के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि जीवन में आने वाले कष्टों को दूर करने का मार्ग अहंकार का त्याग और ईश्वर में विश्वास है। नाटक की शुरुआत महाभारत के युद्ध के बाद पांडवों द्वारा अश्वमेघ यज्ञ के घोड़े की रक्षा करते हुए अर्जुन का युवराज ताम्रध्वज से युद्ध करने की घटना से होती है। अर्जुन युद्ध में पराजित होकर बंदी बना लिए जाते हैं लेकिन राजा मोरध्वज उनकी मदद कर उन्हें सम्मानपूर्वक मुक्त कर देते हैं। अर्जुन इस घटना का द...