कटिहार, मार्च 3 -- सुपौल। जिले के अस्पतालों में खांसी के मरीजों को कफ सिरप के बजाय टैबलेट दिया जा रहा है, जिससे उनकी खांसी देर से ठीक हो रही है। ऐसे में मरीज खांसी के सिरप की मांग कर रहे हैं, जबकि सरकार ने कफ सिरप की आपूर्ति सरकारी अस्पतालों में बंद कर दी है। दरअसल, इसका गलत उपयोग किया जा रहा था। डॉक्टरों का कहना है कि कफ सिरप में अल्कोहल की मात्रा होने की वजह से कुछ लोग उसका गलत उपयोग करने लगे थे। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने साल 2016 से ही खांसी के सिरप की आपूर्ति बंद कर दी है। इस कारण डॉक्टर भी मरीज की पर्ची पर सिरप की जगह टैबलेट लिख रहे हैं। प्रावधान के अनुसार सरकारी अस्पताल में उपलब्ध दवा को ही डॉक्टर मरीज की पर्ची पर लिखते हैं। कफ सिरप अनुपलब्ध है। इसलिए वह मरीजों को सिरप लेने की सलाह नहीं देते हैं। सरकार...
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