आजमगढ़, जुलाई 5 -- निजामाबाद, हिन्दुस्तान संवाद। तहसील क्षेत्र के कई गांवों में मोहर्रम की नवीं तारीख को इमाम चौकों पर रात में ताजिये रख दिये गए। सभी ताजियादारों ने अपने अपने ताजिये को कदीमी रास्ते पर घुमा कर वापस इमाम चौक पर लाकर रखा। इस दौरान उन्होंने नौहाख्वानी और मातम किया। जिसमें ...या हुसैन ...या हुसैन की सदाएं गूंजती रहीं। यौमे आशूरा का जुलूस रविवार को निकलेगा। क्षेत्र के शिवली गांव में शनिवार को दोपहर में जुलूस निकला। जिसमे सिपाहे मेंहदी व अलमदार हुसैनी ने नौहा मातम पेश किया। जुलूस में अलम के साथ जुल जेनाह की सवारी भी निकाली गयी। अपने खिताब में मौलाना मंजर अब्बास ने वाकयाते कर्बला का जिक्र करते हुए कहाकि आज नौ मोहर्रम की तारीख है। जब हुसैन के साथी शहीद कर दिए गए। अब हुसैन अकेले रह गए। वह खुद घोड़े पर सवार होकर जंग के मैदान में आ गय...