वाराणसी, मार्च 22 -- वाराणसी। पं. नारायण चक्रवर्ती स्मृति संगीत समारोह के दूसरे दिन डॉ. अर्चना महस्कर का प्रभावी शास्त्रीय गायन हुआ। सामनेघाट स्थित राम छाटपार शिल्प न्यास परिसर में शनिवार को पं. साजन मिश्र की शिष्या अर्चना ने राग यमन में छोटा ख्याल, तीन ताल में बड़ा ख्याल के बाद होरी का गायन किया। तबला पर श्रीकांत मिश्रा और हारमोनियम पर मोहित साहनी ने साथ दिया। बीएचयू के प्रो. प्रवीण उद्धव और उनके पुत्र श्रुतिशील उद्धव ने तबला पर जुगलबंदी की। अंत में उस्ताद जाकिर हुसैन की बनाई बंदिशें बजाकर उनका स्मरण किया।

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